भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। जानें कैसे डिफेंस स्टॉक्स में तेजी आई और निवेशकों के लिए क्या हो सकती है सही रणनीति.
भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते बाजार में अस्थिरता
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ दिखाई दे रहा है। निवेशकों के बीच अनिश्चितता का माहौल है और ट्रेडिंग पैटर्न पर इसका सीधा असर पड़ा है।
हालांकि, इतिहास गवाह है कि इस तरह के भारत-पाकिस्तान तनाव के बाद भारतीय बाजारों ने अक्सर रिकवरी दिखाई है।
प्रमुख इंडेक्स में उतार-चढ़ाव
- सेंसेक्स 105 अंकों की बढ़त के साथ 80,218 पर बंद हुआ
- निफ्टी में 289 अंकों की तेजी रही और यह 24,328 के ऊपर बंद हुआ
- बैंकिंग, मेटल और फार्मा सेक्टर में मजबूती
- FMCG और IT सेक्टर में हल्का दबाव
युद्ध की आशंका और शेयर बाजार का इतिहास
ऐतिहासिक घटनाओं से मिला अनुभव
- कारगिल युद्ध (1999): युद्ध से पहले बाजार में 13% गिरावट, युद्ध के दौरान 41% की तेजी
- उरी हमला (2016): सर्जिकल स्ट्राइक के समय सेंसेक्स में 400 अंकों की गिरावट, लेकिन जल्द रिकवरी
- पुलवामा हमला (2019): बाजार में हल्की गिरावट (239 अंक)
- पार्लियामेंट अटैक (2001): लगभग 14% की गिरावट
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि शेयर बाजार पर युद्ध का प्रभाव सीमित और अल्पकालिक रहा है।
डिफेंस स्टॉक्स में जबरदस्त तेजी
निवेशकों का रुख डिफेंस सेक्टर की ओर
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच निवेशकों ने डिफेंस स्टॉक्स में दिलचस्पी दिखाई है। कई डिफेंस कंपनियों के शेयरों में तेज़ी दर्ज की गई है:
- पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक: ~10% की तेजी
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL): 2.59%
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL): 5.57%
- भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL): 5.42%
- कोचीन शिपयार्ड: 6.10%
राफेल डील ने बढ़ाया भरोसा
भारत ने हाल ही में फ्रांस के साथ ₹63,000 करोड़ की राफेल डील फाइनल की है, जो भारतीय नौसेना के लिए होगी। इससे डिफेंस सेक्टर में सकारात्मक संकेत मिले हैं।
वैश्विक रक्षा खर्च और भारत की स्थिति
- SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में रक्षा खर्च में 2.5% की वृद्धि
- भारत: $86 बिलियन (5वां स्थान)
- पाकिस्तान: $10 बिलियन (29वां स्थान)
निवेशकों के लिए सलाह: क्या करें?
‘वेट एंड वॉच’ रणनीति अपनाएं
वर्तमान स्थिति में घबराहट में निर्णय लेने से बचें। विशेषज्ञों का सुझाव है कि:
- डिफेंस स्टॉक्स में लॉन्ग टर्म पोटेंशियल है
- अच्छी रिसर्च के साथ ही निवेश करें
- पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखें
कौन-कौन से सेक्टर पर नजर रखें?
- डिफेंस सेक्टर (लंबी अवधि के लिए)
- बैंकिंग और आईटी सेक्टर (स्थिरता और ग्रोथ के लिए)
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक है, लेकिन इतिहास बताता है कि बाजार जल्द संभल जाते हैं। ऐसे समय में निवेशक सतर्कता के साथ डिफेंस स्टॉक्स और अन्य संभावित सेक्टर्स में अच्छे अवसर तलाश सकते हैं।